पूजा के समय आसन पर बैठना क्यों होता है जरूरी। पंडित श्री प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले
पूजा के समय आसन पर बैठना क्यों होता है जरूरी। पंडित श्री प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले श्री प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले छत्तीसगढ़ तिल्दा नेवरा में कावड़ी महा शिव पुराण की कथा में कहा कि आसन में बैठना और सत्संग में आते समय आसन को साथ में लेकर बैठना उस बैठे हुए आसन को हमेशा अपने साथ अपने घर के मंदिर में उपयोग में लाने से अत्यधिक ही लाभ प्रदान किया जा सकता है इसलिए कभी भी सत्संग में आए तो अपने साथ आसन को भी साथ लेकर आए जिससे आपको सत्संग का पूरा लाभ जीवन भर मिलता रहे। आसन खरीदने के लिए क्लिक करें पूजा के समय आसन पर बैठना आध्यात्मिक और मानसिक ध्यान को सुखद बनाने के लिए किया जाता है। यह केवल शारीरिक स्थिति नहीं होती, बल्कि इससे मन, शरीर और आत्मा के बीच संवाद और सांयुक्तता का अनुभव होता है। आसन पर बैठकर ध्यान और पूजा के समय व्यक्ति अपने आप को पूरी तरह से लगातार एक विशिष्ट काम में समर्पित कर पाता है। पूजा के समय आसन पर बैठना हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण परंपरा है। यह साधना, ध्यान, और अन्य धार्मिक क्रियाओं को सुखद और शांतिपूर्ण बनाने का एक तरीका होता है। आसन पर बैठने से शरीर का स्थिरता मिलता है औ...
